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Jagdishwar Ji Arti || जगदीश्वर जी की आरती : Worshiping Lord Shiva as the Creator, Protector, and Remover of Obstacles
Jagdishwar Ji Arti (जगदीश्वर जी की आरती)
Lord Shiva, जिन्हें Mahadev, Destroyer of Evil, और Bholenath कहा जाता है, उनकी आरती में उनकी सर्वशक्तिमान और सृष्टि के पालक स्वरूप की वंदना की जाती है। Shiv Aarti का पाठ करने से negative energy समाप्त होती है और जीवन में positivity, strength, और spiritual growth आती है।
भगवान् जगदीश्वर जी की आरती
ॐ जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे॥
भक्तजनों के संकट छिनमें दूर करे॥ॐ॥
जो ध्यावै फल, पावै, दुख विनसे मनका॥प्रभु०॥
सुख-सम्पति घर आवै, कष्ट मिटै तनका॥ॐ॥
मात-पिता हि मेरे, शरण गहूँ किसकी ॥ प्रभु०॥
तुम बिन न दूजा, आस करूँ जिसकी॥ ॐ ॥
तुम पूरन परमात्मा, तुम अन्तर्यामी ॥प्रभु०॥
पारब्रह्मा परमेश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ ॥
तुम करुणाके सागर तुम पालन-कर्ता ॥ प्रभु० ॥
मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ ॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपती ॥ प्रभु० ॥
किस बिधि मिलूँ दयामय! मैं तुमको कुमती॥ ॐ ॥
दीनबन्धु दुखहर्ता तुम ठाकुर मेरे ॥ प्रभु० ॥
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ ॥
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा॥ प्रभु०॥
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, सं तनकी सेवा॥ ॐ ॥
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