No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Shri Ganesh ji Arti || श्री गणेश जी कीआरती
Shri Ganeshji Arti (श्री गणेशजी कीआरती )
श्री गणेश जी की आरती भगवान गणेश की विघ्नहर्ता, सिद्धिदाता और शुभारंभ के प्रतीक के रूप में पूजा का महत्वपूर्ण स्तोत्र है। यह आरती भगवान गणेश की शक्ति, स्मृति, और संपत्ति का गुणगान करती है।भगवान् श्रीगणेशजी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥ जय गणेश०॥
एकदन्त दयावन्त चार भुजा धारी।
मस्तक सिन्दूर सोहे मूसे की सवारी॥ जय गणेश०॥
अन्धन को आँख देत कोढ़िन को काया।
बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥ जय गणेश०॥
लडुअन कौ भोग लगे सन्त करें सेवा।
पान चढ़ें फूल चढ़ें और चढ़ें मे वा॥ जय गणेश०॥
दीनन की लाज राखो शम्भु-सुतवारी।
कामना को पूरा करो जग बलिहारी॥ जय गणेश०॥
Related to Ganesh
Shri Ganesh Ji Arti (1) (श्री गणेश जी कीआरती)
Lord Ganesh, जिन्हें Vighnaharta, Siddhidata, और God of Beginnings के रूप में जाना जाता है, उनकी आरती में Ganpati Bappa की शक्ति, बुद्धि, और समृद्धि का गुणगान किया गया है। Ganesh Aarti का पाठ करने से जीवन में obstacles समाप्त होते हैं और peace, happiness, और success प्राप्त होती है।Arti
Shri Ganapati Stotram (श्री गणपति स्तोत्रम्)
श्री गणपति स्तोत्रम् (Shri Ganapati Stotram) भगवान गणेश (Lord Ganesha) की महिमा का वर्णन करने वाला एक पवित्र स्तोत्र (sacred hymn) है। इसका पाठ (recitation) करने से व्यक्ति को सभी प्रकार की बाधाओं (obstacles) से मुक्ति मिलती है और वह सफलता (success) प्राप्त करता है। श्री गणपति स्तोत्रम् को ज्ञान (wisdom), समृद्धि (prosperity) और शुभता (auspiciousness) के लिए विशेष रूप से पढ़ा जाता है। यह स्तोत्र भगवान गणेश के शक्तिशाली (powerful) और कृपालु (compassionate) रूप की आराधना करता है। इसका नियमित पाठ (regular recitation) मानसिक शांति (mental peace) और आत्मबल (inner strength) प्रदान करता है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता (remover of obstacles) और शुभकर्ता (bestower of blessings) कहा जाता है, और इस स्तोत्र में उनकी इन्हीं विशेषताओं की स्तुति की गई है।Stotra
Shri Ganesha Ashtakam (श्री गणेशाष्टकम्)
भगवान गणेश का सबसे प्रसिद्ध अष्टकम है। इस प्रसिद्ध अष्टकम का पाठ भगवान गणेश से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों किया जाता है। श्री गणेश अष्टकम आठ श्लोकों का एक स्तोत्र है जो भगवान गणेश की महिमा और स्तुति में रचा गया है। यह एक शक्तिशाली हिंदू मंत्र है, जो भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने वाला माना जाता है। जो लोग पूरे समर्पण और भक्ति के साथ श्री गणेश अष्टकम का गान करते हैं, वे अपने सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं और रुद्र-लोक की ओर प्रस्थान करते हैं।Ashtakam
Shri Ganesh Chalisa
भगवान गणेश की महिमा और कृपा पाने के लिए गणेश चालीसा एक शक्तिशाली भक्ति गीत है। यह Ganesh Chalisa in Hindi और Ganesh Mantra for Success जैसे धार्मिक उपक्रमों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस 40 छंदों की प्रार्थना को रोजाना पाठ करने से सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक शक्ति मिलती है। Ganesh Ji Aarti और Ganesh Ji Ki Puja के साथ इसका पाठ जीवन में सुख-समृद्धि और बाधा मुक्ति का अनुभव कराता है। भक्त इसे विशेष रूप से Ganesh Chaturthi और अन्य शुभ अवसरों पर पढ़ते हैं।Chalisa
Ganesha Chaturthi Puja Vidhi (गणेश चतुर्थी पूजा विधि)
गणेश चतुर्थी पूजा विधि एक महत्वपूर्ण Hindu Ritual है, जिसमें Lord Ganesha की Traditional Worship की जाती है। इस दिन भक्तगण Ganpati Sthapana कर Vedic Mantras और Sacred Offerings के साथ पूजन करते हैं। Modak Prasad अर्पित करना और Aarti & Bhajans गाना शुभ माना जाता है। Ganesh Puja Vidhi में Milk, Flowers, Durva Grass और Holy Items का प्रयोग किया जाता है। यह पूजा Obstacle Removal, Success & Prosperity के लिए अत्यंत फलदायी होती है। Eco-friendly Ganesha Idol की स्थापना से Spiritual Positivity और Nature Conservation को बढ़ावा मिलता है। अंत में, Visarjan Ceremony के दौरान भक्तजन Ganpati Bappa Morya का जयघोष करते हैं।Puja-Vidhi
Shri Ganpati ji Arti (श्री गणपति जी आरती)
श्री गणपति जी की आरती भगवान गणेश की वंदना और स्मरण का पवित्र गीत है। भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता, सिद्धिदाता, और बुद्धि के देवता कहा जाता है, को इस आरती में उनकी शक्ति, कृपा, और समृद्धि का गुणगान करते हुए पूजा जाता है। इस आरती से भक्तों को सभी बाधाओं से मुक्ति, सुख, शांति, और सिद्धि प्राप्त होती है।Arti
Shree Ganesh Puja Vidhi (श्री गणेश पूजा विधि)
श्री गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की सरलतम विधि से पूजन करें। भगवान गणेश जी की पूजन में वेद मंत्र का उच्चारण किया जाता है। जिन्हें वेद मंत्र न आता हो, उनकों नाम-मंत्रों से पूजन करना चाहिए। स्नान करने के पश्चात अपने पास समस्त सामग्री रख लें फिर आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन पर बैठकर तीन बार निम्न मंत्र बोलकर आचमन करें।Puja-Vidhi
Ganesh Kavacha (विध्नविनाशक गणेश कवचम्)
गणेश कवच (Ganesh Kavach): श्री गणेश जी को प्रथम पूजनीय माना गया है। किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले गणेश कवच का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। जैसे नई वस्तु खरीदना, व्यवसाय शुरू करना, इंटरव्यू के लिए जाना आदि। गणेश कवच का पाठ करने से सबसे बड़ी समस्याएं भी दूर होने लगती हैं, धन हानि रुक जाती है, कर्ज समाप्त हो जाते हैं, बुरी नजर और तांत्रिक बाधाओं से सुरक्षा मिलती है। यदि गणेश कवच का 11 दिनों तक 108 बार पाठ किया जाए, तो व्यापार और पारिवारिक कार्यों में आने वाली सभी बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं।Kavacha