Shri Hanuman Mahamantra (श्री हनुमान महामंत्र)

श्री हनुमान महामंत्र (Shri Hanuman Mahamantra) पहला मंत्र ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता,धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत्‌ मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा, शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा॥ दूसरा मंत्र बिस्तर के आस-पास। हवेली के आस-पास। छप्पन सौ यादव। लंका-सी कोट, समुद्र-सी खाई। राजा रामचंद्र की दुहाई। तीसरा मंत्र ॐ नमो बजर का कोठा, जिस पर पिंड हमारा पेठा। ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला, हमारे आठो आमो का जती हनुमंत रखवाला। चौथा मंत्र ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान, हाथ में लड्डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान, अंजनी का पूत, राम का दूत, छिन में कलौ नौ खंड का भूत, जाग जाग हड़मान (हनुमान) हुंकाला, ताती लोहा लंकाला, शीश जटा डग डर उमर गाजे, वज्र की कोठडी ब्रज का ताला आगे अर्जुन पीछे भीम, चोर नार चंपे ने सीण, अजरा झरे भरया भरे, ई घट पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुंवर हड़मान (हनुमान) करें। पांचवां मंत्र ॐ पीर बजरंगी, राम-लखन के संगी, जहां-जहां जाय, विजय के डंके बजाय, दुहाई माता अंजनी की आन। अढाईआ मंत्र ॥ ॐ नमो आदेश गुरु को, सोने का कड़ा, तांबे का कड़ा हनुमान वन्गारेय सजे मोंढे आन खड़ा ॥ कार्य सिद्धि हनुमान मंत्र ॐ पीर बजरंगी राम लक्ष्मण के संगी जहां जहां जाय फतेह के डंके बजाय माता अंजनी की आन | "ओम पीर बजरंगी राम लक्ष्मण के संगी जहां जहां जाए फतेह के धनके बजय दुहाई माता अंजनी की आन।" ॐ हनुमान पहलवान ॐ हनुमान पहलवान । वर्ष बारह का जवान ॥ हाथ में लड्डू मुख में पान | आओ-आओ बाबा हनुमान ॥ न आओ तो दुहाई महादेव- गौरा पार्वती की ॥ शब्द सांचा पिण्ड कांचा । फुरे मन्त्र ईश्वरो गुप्त हनुमान मंत्र ॐ हनुमान पहलवान । वर्ष बारह का जवान ॥ हाथ में लड्डू मुख में पान|आओ-आओ बाबा हनुमान ॥ न आओ तो दुहाई महादेव- गौरा पार्वती की ॥ शब्द सांचा पिण्ड कांचा । फुरे मन्त्र ईश्वरो वाचा ॥ This sheet Contain all kind of Hanuman MahaMantra Sankatmochan Hanuman