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Shri Radha Stuti || श्री राधा स्तुति : Full Lyrics !! प्रेम, भक्ति और दिव्य आनंद का मंगलमय स्तोत्र |
Shri Radha Stuti (श्री राधा स्तुति)
Shri Radha Stuti (श्री राधा स्तुति) के साथ-साथ यदि Radha Aarti का पाठ किया जाए तो, इस Stuti का बहुत लाभ मिलता है, यह Stuti शीघ्र ही फल देने लग जाती है। यदि साधक इस Stuti का पाठ प्रतिदिन करने से बुराइयाँ खुद-ब-खुद दूर होने लग जाती हैं, साथ ही positive energy प्राप्त होती है। अपने परिवार जनों का स्वस्थ्य ठीक रहता है और लंबे समय से बीमार व्यक्ति को इस Stuti का पाठ सच्चे मन से करने पर रोग मुक्त हो जाता है। यदि मनुष्य जीवन के सभी प्रकार के भय, डर से मुक्ति चाहता है तो वह इस Stuti का पाठ करे। श्री राधा स्तुति के पाठ के साथ-साथ Radha Chalisa का भी पाठ करने से wishful desires पूर्ण होती हैं, और नियमित रूप से करने से रुके हुए कार्य भी पूर्ण होने लगते हैं। और साधक के जीवन में diseases, fear, flaws, sorrow, evil, anxiety दूर हो जाते हैं, साथ ही Radha Rani की पूजा करने से life span, fame, strength, और health में वृद्धि प्राप्त होती है। याद रखें, इस Shri Radha Stuti पाठ को करने से पूर्व अपना पवित्रता बनाए रखें। इससे मनुष्य को जीवन में बहुत अधिक लाभ प्राप्त होता है।|| श्री राधा स्तुति ||
(Shri Radha Stuti)
नमस्ते परमेशानि रासमण्डलवासिनी।
रासेश्वरि नमस्तेऽस्तु कृष्ण प्राणाधिकप्रिये।।
नमस्त्रैलोक्यजननि प्रसीद करुणार्णवे।
ब्रह्मविष्ण्वादिभिर्देवैर्वन्द्यमान पदाम्बुजे।।
नम: सरस्वतीरूपे नम: सावित्रि शंकरि।
गंगापद्मावनीरूपे षष्ठि मंगलचण्डिके।।
नमस्ते तुलसीरूपे नमो लक्ष्मीस्वरुपिणी।
नमो दुर्गे भगवति नमस्ते सर्वरूपिणी।।
मूलप्रकृतिरूपां त्वां भजाम: करुणार्णवाम्।
संसारसागरादस्मदुद्धराम्ब दयां कुरु।।
|| इति सम्पूर्ण श्री राधा स्तुति ||
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Shri Radhapadal Stotram (श्री राधापटल स्तोत्रम्)/Shri Radha Kripa Kataksh Stotra का पाठ करने से Radha Rani की असीम कृपा प्राप्त होती है। कहा जाता है कि Radha का नाम लेने मात्र से Shri Krishna का रोम-रोम प्रफुल्लित हो जाता है, इसलिए सदैव Radha का नाम Krishna से पहले लिया जाता है। यदि आप Radha Rani की कृपा पाना चाहते हैं, तो इस अत्यंत powerful stotra का नियमित पाठ अवश्य करें। Shri Radha Kripa Kataksh Stotra के रचयिता स्वयं Lord Shiva हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, Mahadev ने Radha Rani को प्रसन्न करने के लिए इस stotra का वर्णन Mata Parvati को सुनाया था। इस stotra में Radha Rani के shringar, beauty और compassion का अद्भुत वर्णन किया गया है। यदि कोई साधक इसका daily recitation नहीं कर सकता, तो वह special tithis जैसे Ashtami, Dashami, Ekadashi, Trayodashi और Purnima पर इस stotra का पाठ कर सकता है। इससे Radha Rani की असीम कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।Stotra
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Shri Radhakund Ashtakam (श्री राधाकुण्ड अष्टकम)
Shri Radhakund Ashtakam भगवान श्री कृष्ण की प्रिय राधा के साथ राधाकुंड की महिमा का वर्णन करता है, जिसे "Sacred Pool of Divine Love" और "Holy Place of Devotion" माना जाता है। यह स्तोत्र राधा और कृष्ण के मिलन की शक्ति और उनके "Divine Union" का आह्वान करता है। राधाकुंड वह स्थल है जहाँ श्री कृष्ण ने राधा के साथ अपने प्रेम का अभिव्यक्त किया, जो "Goddess of Love" और "Divine Energy" के रूप में पूजित हैं। Shri Radhakund Ashtakam का पाठ "Radhakrishna Devotional Chant" और "Spiritual Love Hymn" के रूप में किया जाता है। इसके जाप से भक्तों को राधा-कृष्ण की अनंत कृपा और "Divine Blessings" प्राप्त होती हैं। यह स्तोत्र "Spiritual Awakening" और "Inner Peace Prayer" के रूप में भी महत्वपूर्ण है। इसका नियमित पाठ मानसिक शांति, आत्मिक बल और दिव्य ऊर्जा को बढ़ाता है। राधाकुंड में स्नान करने और इस स्तोत्र का पाठ करने से भक्तों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। Shri Radhakund Ashtakam को "Divine Love Prayer" और "Blessings of Radhakrishna" के रूप में पढ़ने से जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।Ashtakam