No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Narayaniyam Dashaka 73 (नारायणीयं दशक 73)
नारायणीयं दशक 73 (Narayaniyam Dashaka 73)
निशमय्य तवाथ यानवार्तां भृशमार्ताः पशुपालबालिकास्ताः ।
किमिदं किमिदं कथं न्वितीमाः समवेताः परिदेवितान्यकुर्वन् ॥1॥
करुणानिधिरेष नंदसूनुः कथमस्मान् विसृजेदनन्यनाथाः ।
बत नः किमु दैवमेवमासीदिति तास्त्वद्गतमानसा विलेपुः ॥2॥
चरमप्रहरे प्रतिष्ठमानः सह पित्रा निजमित्रमंडलैश्च ।
परितापभरं नितंबिनीनां शमयिष्यन् व्यमुचः सखायमेकम् ॥3॥
अचिरादुपयामि सन्निधिं वो भविता साधु मयैव संगमश्रीः ।
अमृतांबुनिधौ निमज्जयिष्ये द्रुतमित्याश्वसिता वधूरकार्षीः ॥4॥
सविषादभरं सयाच्ञमुच्चैः अतिदूरं वनिताभिरीक्ष्यमाणः ।
मृदु तद्दिशि पातयन्नपांगान् सबलोऽक्रूररथेन निर्गतोऽभूः ॥5॥
अनसा बहुलेन वल्लवानां मनसा चानुगतोऽथ वल्लभानाम् ।
वनमार्तमृगं विषण्णवृक्षं समतीतो यमुनातटीमयासीः ॥6॥
नियमाय निमज्य वारिणि त्वामभिवीक्ष्याथ रथेऽपि गांदिनेयः ।
विवशोऽजनि किं न्विदं विभोस्ते ननु चित्रं त्ववलोकनं समंतात् ॥7॥
पुनरेष निमज्य पुण्यशाली पुरुषं त्वां परमं भुजंगभोगे ।
अरिकंबुगदांबुजैः स्फुरंतं सुरसिद्धौघपरीतमालुलोके ॥8॥
स तदा परमात्मसौख्यसिंधौ विनिमग्नः प्रणुवन् प्रकारभेदैः ।
अविलोक्य पुनश्च हर्षसिंधोरनुवृत्त्या पुलकावृतो ययौ त्वाम् ॥9॥
किमु शीतलिमा महान् जले यत् पुलकोऽसाविति चोदितेन तेन ।
अतिहर्षनिरुत्तरेण सार्धं रथवासी पवनेश पाहि मां त्वम् ॥10॥
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 77 (नारायणीयं दशक 77)
नारायणीयं दशक 77 भगवान नारायण की महिमा का गुणगान करता है और उनकी कृपा की प्रार्थना करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 67 (नारायणीयं दशक 67)
नारायणीयं दशक 67 भगवान नारायण की महिमा और उनकी लीलाओं का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 47 (नारायणीयं दशक 47)
नारायणीयं दशक 47 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Shri Dashavatar Arti (श्री दशावतार आरती)
भगवान विष्णु के दशावतार की पूजा और वंदना का स्तोत्र है। इसमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, Buddha, और कल्कि जैसे अवतारों का वर्णन किया गया है। यह आरती भगवान विष्णु के सर्वव्यापक स्वरूप और धर्म की रक्षा के प्रति उनके योगदान को दर्शाती है।Arti
Vishnu Sahasranama Stotram (विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम्)
विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम् भगवान Vishnu के 1000 divine names का संग्रह है, जो उनकी महिमा और eternal power को दर्शाता है। इसे Hindu scriptures में सबसे powerful और sacred chants माना गया है। इस स्तोत्र के पाठ से भक्तों को peace, prosperity और spiritual enlightenment प्राप्त होता है। Lord Vishnu की स्तुति troubles, negativity और karmic obstacles को दूर करती है। यह स्तोत्र life में positivity, divine blessings और protection का मार्ग प्रशस्त करता है।Sahasranama-Stotram
Shri Srinivasa Gadyam (श्री श्रीनिवास गद्यम्)
श्री श्रीनिवास गद्यम् एक भक्तिपूर्ण प्रार्थना है जो भगवान श्रीनिवास की महिमा का वर्णन करता है।Shloka-Mantra
Shri Bhu Varaha Stotram (श्री भू वराह स्तोत्रम्)
Shri Bhu Varaha Stotram भगवान Varaha, जो भगवान Vishnu के boar incarnation हैं, की divine glory का वर्णन करता है। यह sacred hymn पृथ्वी को demons से मुक्त करने और cosmic balance स्थापित करने की उनकी supreme power का गुणगान करता है। इस holy chant के पाठ से negative energy दूर होती है और spiritual strength मिलती है। भक्तों को peace, prosperity, और divine blessings प्राप्त होते हैं। यह powerful mantra dharma, karma, और moksha की प्राप्ति में सहायक होता है। Shri Bhu Varaha Stotram का जाप जीवन में positivity और harmony लाने में मदद करता है।Stotra
Narayaniyam Dashaka 12 (नारायणीयं दशक 12)
नारायणीयं दशक 12 में भगवान नारायण की स्तुति की गई है। यह दशक भक्तों को भगवान के महिमा और प्रेम के लिए प्रेरित करता है।Narayaniyam-Dashaka