No festivals today or in the next 14 days. 🎉
Shri Maha Vishnu Stotram || श्री महा विष्णु स्तोत्रम् : Full Lyrics in Sanskrit - गरुडगमन तव
Shri Maha Vishnu Stotram (श्री महा विष्णु स्तोत्रम् )
Shri Maha Vishnu Stotram भगवान Vishnu की divine power और supreme authority का गुणगान करने वाला एक sacred hymn है। यह holy chant उनके infinite strength, protection, और grace का वर्णन करता है। इस stotra के पाठ से negative energy समाप्त होती है और spiritual awakening होती है। भक्तों को peace, prosperity, और divine blessings प्राप्त होते हैं। यह powerful mantra karma, dharma, और moksha की प्राप्ति में सहायक होता है। Shri Maha Vishnu Stotram का जाप जीवन में positivity और harmony लाता है।श्री महा विष्णु स्तोत्रम्
(Shri Maha Vishnu Stotram)
गरुडगमन तव चरणकमलमिह मनसि लसतु मम नित्यम्
मनसि लसतु मम नित्यम् ।
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ ध्रु.॥
जलजनयन विधिनमुचिहरणमुख विबुधविनुत-पदपद्म
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 1॥
भुजगशयन भव मदनजनक मम जननमरण-भयहारिन्
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 2॥
शंखचक्रधर दुष्टदैत्यहर सर्वलोक-शरण
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 3॥
अगणित-गुणगण अशरणशरणद विदलित-सुररिपुजाल
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 4॥
भक्तवर्यमिह भूरिकरुणया पाहि भारतीतीर्थम्
मम तापमपाकुरु देव, मम पापमपाकुरु देव ॥ 5॥
इति जगद्गुरु शृंगेरी पीठाधिपति भारतीतीर्थस्वामिना विरचितं महाविष्णुस्तोत्रं संपूर्णम् ।
Related to Vishnu
Narayaniyam Dashaka 25 (नारायणीयं दशक 25)
नारायणीयं का पच्चीसवां दशक भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों की कहानियों को दर्शाता है। इस दशक में, भगवान के विभिन्न अवतारों की लीला और उनके द्वारा किए गए अद्भुत कार्यों का वर्णन किया गया है। भक्त भगवान की महिमा और उनकी असीम कृपा का अनुभव करते हैं।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 90 (नारायणीयं दशक 90)
नारायणीयं दशक 90 में भगवान विष्णु की लीलाओं और उनकी महिमा का विस्तार से वर्णन है। यह अध्याय भक्तों के लिए अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव और ज्ञान की गंगा प्रदान करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 46 (नारायणीयं दशक 46)
नारायणीयं दशक 46 भगवान विष्णु के अनंत अनुग्रह और उनकी दिव्य कृपा का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी अद्भुत लीलाओं का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 67 (नारायणीयं दशक 67)
नारायणीयं दशक 67 भगवान नारायण की महिमा और उनकी लीलाओं का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 55 (नारायणीयं दशक 55)
नारायणीयं दशक 55 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 50 (नारायणीयं दशक 50)
नारायणीयं दशक 50 भगवान विष्णु के भक्तों के प्रति अनुग्रह और उनकी दिव्य लीलाओं का वर्णन करता है। यह अध्याय भगवान विष्णु की महिमा और उनकी असीम कृपा का वर्णन करता है।Narayaniyam-Dashaka
Narayaniyam Dashaka 66 (नारायणीयं दशक 66)
नारायणीयं दशक 66 भगवान नारायण की महिमा का वर्णन करता है और उनकी कृपा की प्रार्थना करता है।Narayaniyam-Dashaka
Bhaj Govindam (भज गोविन्दम्)
भज गोविन्दम् आदि शंकराचार्य द्वारा रचित एक भजन है, जो भगवान कृष्ण की स्तुति में गाया जाता है और भक्तों को भक्ति और साधना की शिक्षा देता है।Shloka-Mantra