No festivals today or in the next 14 days. 🎉

भीष्म अष्टमी व्रत कब और कैसे किया जाता है, जानें पर्व के शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि

Bhishma Ashtami Puja:- भीष्म अष्टमी को Bhishma Tarpan Divas के रूप में भी जाना जाता है। यह दिन Bhishma Pitamah को समर्पित है, जिन्होंने Mahabharata War में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अत: इस दिन को Bhishma Tarpan Day के रूप में विशेष तौर पर मनाया जाता है। इस दिन Pitru Tarpan करने से उन्हें शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।
Bhishma Ashtami Date and Significance
Bhishma Ashtami 2025: प्रतिवर्ष Magha Month Shukla Paksha Ashtami Tithi को Bhishma Ashtami Festival मनाया जाता है। यह दिन Bhishma Tarpan Day के रूप में मनाया जाता है, जो कि हर साल Magha Month Shukla Paksha Ashtami तिथि पर पड़ता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन विशेषकर Bhishma Pitamah तथा Pitrus का तर्पण किया जाता है। यह दिन Mahabharata Warrior Bhishma Pitamah को समर्पित है। इस दिन Charity and Punya करने का भी विशेष महत्व है। धर्मग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर Bhishma Pitamah Death Anniversary मनाई जाती है और उन्हें Ichha Mrityu Vardaan प्राप्त था। अत: इसे Bhishma Ashtami Festival के तौर पर मनाया जाता है।
Bhishma Ashtami 2025 Date & Muhurat
वर्ष 2025 में यह तिथि 05 फरवरी, बुधवार को पड़ रही है। मान्यतानुसार इस दिन Pitru Tarpan Rituals करने से पितरों को शांति मिलती है। कहा जाता है कि Bhishma Pitamah, अपने पिता की आज्ञा का पालन करते हुए आजीवन Brahmacharya Vrat में रहे। इसलिए उन्हें Pitru Bhakt माना जाता है। अत: इस दिन Bhishma Pitamah Tarpan करने से Pitru Rina Mukti मिलती है। यह दिन Great Warrior of Mahabharata Bhishma Pitamah को समर्पित है।
Bhishma Ashtami 2025 Puja Muhurat
Bhishma Ashtami: 5th February 2025 (Wednesday)
Madhyahna Puja Time: 11:30 AM to 01:41 PM (Duration: 2 Hours 11 Minutes)
Ashtami Tithi Start: February 5, 2025, at 02:30 AM
Ashtami Tithi End: February 6, 2025, at 12:35 AM
Bhishma Ashtami Vrat and Puja Vidhi
1. Bhishma Ashtami Vrat के दिन प्रातः जल्दी उठकर Sacred Bath करें और साफ वस्त्र धारण करें।
2. Puja Thali में Til, Jau, Kusha, and Water रखें।
3. Pitru Puja करें और जल अर्पित करें।
4. Bhishma Pitamah Puja के लिए उनकी तस्वीर या मूर्ति को स्थापित करें।
5. फिर Bhishma Pitamah Meditation करें और जल अर्पित करें।
6. Flowers, Akshat, Dhoop, Deep अर्पित करें।
7. बहुत से लोग इस दिन Fasting on Bhishma Ashtami रखते हैं।
8. ॐ भीष्माय नमः Mantra Chanting करें।
9. Bhishma Pitamah Katha पढ़ें या सुनें।
10. इस दिन Feeding Brahmins and Charity to Poor करना शुभ माना जाता है।
इस दिन Bhishma Ashtami Puja और Pitru Tarpan करने से Pitra Dosha Nivaran होता है और Pitra Kripa प्राप्त होती है।

Related Blogs

Durga Saptashati (दुर्गासप्तशती) 1 chapter (पहला अध्याय)

दुर्गा सप्तशती एक हिन्दु धार्मिक ग्रन्थ है जिसमें राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का वर्णन है। दुर्गा सप्तशती को देवी महात्म्य, चण्डी पाठके नाम से भी जाना जाता है। इसमें 700 श्लोक हैं, जिन्हें 13 अध्यायों में बाँटा गया है। दुर्गा सप्तशती का पहला अध्याय "मधु और कैटभ का वध" पर आधारित है।
Durga-Saptashati

Mukunda Mala Stotram (मुकुंदमाला स्तोत्रम्)

संत राजा कुलशेखर की प्रार्थनाएं भगवान श्रीकृष्ण से उनकी सेवा का वरदान मांगती हैं। Mukunda-mala-stotra, जिसे राजा कुलशेखर ने एक हजार वर्ष पूर्व लिखा था, आज भी truth की ताजगी के साथ हमें संबोधित करता है। यह एक realized soul की आवाज़ है, जो अत्यंत sincerity के साथ Lord Krishna और हमसे संवाद करता है। राजा कुलशेखर सभी से disease of birth and death का उपचार सुनने का आह्वान करते हैं। Mukunda-mala-stotra उनके devotion to Krishna और इस शुभ अनुभव को सभी के साथ साझा करने की eagerness का सीधा और सरल expression है।
Stotra

Sankatmochan Hanuman

संकटमोचन हनुमान एक प्रसिद्ध भक्तिगीत है, जो भगवान हनुमान के संकटों से उबारने की शक्ति का महिमा करता है। इस स्तुति के माध्यम से भक्तों को protection और guidance मिलती है। नियमित पाठ से जीवन में peace और blessings मिलती हैं। Sankat Mochan Hanuman Stotra का जाप करने से हर मुश्किल का समाधान होता है और Lord Hanuman's शक्ति से संकट दूर होते हैं।
Chalisa

Mahalakshmi Stuti (महालक्ष्मी स्तुति)

Mahalakshmi Stuti (महालक्ष्मी स्तुति) देवी Mahalakshmi की praise में गाई जाने वाली एक divine hymn है, जिसे spiritual and material prosperity प्राप्त करने के लिए devotees द्वारा गाया जाता है। Devi Mahalakshmi को goddess of wealth, fortune, power, and auspiciousness माना जाता है, और उनकी Stuti का chanting जीवन में happiness, success, and abundance लाता है। धार्मिक मान्यता है कि Shri Mahalakshmi Stuti का पाठ करने से न केवल financial stability प्राप्त होती है बल्कि जीवन में divine blessings भी आती हैं। यह स्तुति विशेष रूप से Fridays, Diwali, और Sharad Purnima के दिन गाने से अत्यधिक लाभकारी होती है। Recitation के दौरान pure heart और devotion का होना आवश्यक है, जिससे Goddess Lakshmi की grace साधक पर बनी रहती है।
Stuti

Shri Kali Mahamantra (श्री काली महामंत्र)

श्री Kali Mahamantra अद्भुत divine energy से युक्त है, जो भय, नकारात्मकता और शत्रुओं का नाश करता है। यह spiritual chant व्यक्ति को आत्मविश्वास, शक्ति और रक्षा प्रदान करता है। Goddess Kali blessings पाने के लिए इस मंत्र का जाप अमावस्या, नवरात्रि, काली पूजा या किसी भी powerful spiritual event पर करना अत्यंत लाभकारी होता है। यह मंत्र negative energy removal में सहायक होता है और साधक को मानसिक शांति देता है। Divine vibrations उत्पन्न करने वाला यह मंत्र बाधाओं को समाप्त कर सफलता दिलाने में सहायक होता है। यह protection mantra व्यक्ति के जीवन में शक्ति और साहस भरता है। ध्यान और साधना के दौरान इस sacred mantra का उच्चारण करने से गहरी आध्यात्मिक अनुभूति होती है। Positive aura उत्पन्न करने के लिए इसे रात में जपना अधिक प्रभावी माना जाता है।
MahaMantra

Shri Devi Chandi Kavach (श्री देवी चण्डी कवच)

Chandi Kavach (चंडी कवच): Maa Chandi को Maa Durga का एक शक्तिशाली रूप माना जाता है। जो भी साधक Chandi Kavach का नियमित पाठ करता है, उसे Goddess of War Maa Chandi की असीम कृपा प्राप्त होती है। ऐसा माना जाता है कि इस कवच के पाठ से साधक की आयु बढ़ती है और वह 100 वर्षों तक जीवित रह सकता है। Maa Chandi अपने भक्तों को Enemies, Tantra-Mantra और Evil Eye से बचाती हैं। इस कवच के निरंतर पाठ से जीवन की सारी Sorrows और Obstacles दूर होने लगती हैं। साधक को Happiness और Prosperity प्राप्त होती है।
Kavacha

Shri Hanuman Stotram (श्री हनुमत्स्तोत्रम्)

Hanuman ji Stotra मंगलवार का दिन भगवान हनुमान की पूजा के लिए बेहद शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो भक्त संकट मोचन को प्रसन्न करना चाहते हैं या फिर उनकी पूरी कृपा पाना (Hanuman ji Puja Vidhi) चाहते हैं तो उन्हें प्रत्येक दिन श्री हनुमान स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए जो इस प्रकार हैं-
Stotra

Shri Rama Chandra Ashtakam (श्री रामचन्द्र अष्टकम्)

रामचरित मानस के अनुसार भगवान श्रीराम जी को सर्वशक्ति शाली माना जाता है। श्री रामचंद्रा अष्टकम भगवान श्रीराम जी को समर्पित है भगवान श्रीराम जी को भगवान श्री विष्णु जी के अवतार है। रामनवमी के दिन श्री रामचंद्र अष्टकम का पाठ किया जाए तो मनुष्य के जीवन में बुराइयों का विनाश होता है और शत्रुओ से विजय प्राप्त कराता है। श्री रामचंद्रा अष्टकम का पाठ नियमित रूप से करने से साधक के जीवन में सभी प्रकार की बाधाओं, दुःख,कष्टो, बीमारियां व भय से मुक्ति प्राप्त होती है और मनोवांछित कामना भी पूर्ण होने लगती हैI इस पाठ को करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होने लगता है। भगवान श्रीराम का आशिर्वाद व उनकी कृपा प्राप्त करना चाहते है तो प्रतिदिन नियमित रूप से श्री रामचंद्रा अष्टकम का पाठ अवश्य करें। याद रखे इस पाठ को करने से पूर्व अपना पवित्रता बनाये रखेI इससे मनुष्य को जीवन में बहुत अधिक लाभ प्राप्त होता है।
Ashtakam

Today Panchang

29 April 2025 (Tuesday)

Sunrise07:15 AM
Sunset05:43 PM
Moonrise03:00 PM
Moonset05:52 AM, Jan 12
Shaka Samvat1946 Krodhi
Vikram Samvat2081 Pingala